Ek Tarfa Pyar | The untold Love | Hindi Story

Ek Tarfa Pyar | The untold Love 


विनीत की होटल मैनजमेंट की पड़ाई के दौरान उस की ट्रेनिंग दिल्ली के एक होटल में लग लग गई थी। इस कारन विनीत बहुत खुश था कि वह अब अगले 6 महीने दिल्ली में रहेगा। विनीत ने दिल्ली पहुँच कर होटल के मैनेजर को काल करने पर एक लड़का उसे लेने के लिए आया, मैनेजर के कहने के अनुसार उस लड़के ने विनीत का सामान स्टाफ के रहने की जगह में रखवा दिया और फिर विनीत को साथ लेकर होटल के लिए निकले। होटल पहुँच कर विनीत मैनेजर से मिला, मैनेजर विनीत को किचन में ले गया और वहाँ काम करने वाले स्टाफ से मिलवाया, किचन में 3 लड़के और 2 लड़कियाँ पहले से थी और अब विनीत भी किचन टीम का हिस्सा बन गया। Ek Tarfa Pyar | The untold Love | Hindi Storyकिचन में सैंडविच पे काम करने वाली निशा को विनीत को सैंडविच पे अपने साथ काम सिखाने के लिए बोल दिया और निशा ने ओके सर, बोलकर विनीत का वेलकम किया। साथ में काम करने वाले सीनियर शेफ मदन, विजय और धरम के साथ रोज़ी ने भी विनीत का वेलकम किया। इसके बाद मैनेजर ने बोला की विनीत कल से ज्वाइन करेगा और मैनेजर विनीत को डाइनिंग में काम करने वाले स्टाफ से मिलवाने के लिए ले गया। सब से मिलने के बाद विनीत वापिस अपने कमरे में लौट गया। 

विनीत की सुबह की ड्यूटी लगी वह बहुत खुश था, होटल पे पहुँचते ही विनीत सुपरवाइजर से मिला, तो सुपरवाइजर ने मैनेजर के कहे अनुसार उसे किचन में सैंडविच में निशा के साथ काम सिखने के के लिए बोला। निशा दिखने में खूबसूरत थी, उसका कद भी अच्छा था होटल में काम करने वाले सारे लड़के उस पर मरते थे। खूबसूरत होने के साथ निशा बहुत होनहार भी थी उसने अभी पिछले महीने ही होटल में काम करना शुरू किया था, असल में वह भी विनीत की तरह ट्रेनिंग लगाने के लिए ही वहां पर आई हुई है, विनीत  निशा के साथ काम करने लगा, निशा उसे जैसा भी बोलती वह चुप चाप करता रहता या फिर उसे काम काम करते हुए देखता रहता। एक दो दिन ऐसे ही गुजरे निशा की तरह विनीत भी सीखने में बहुत अच्छा था, उसने तकरबीन सभी तरह के सैंडविच बनाने सीख लिए। पर निशा को विनीत कुछ अजीब सा लग रहा था क्योकि वह सिर्फ हां और ना में जवाब देता तो निशा ने विनीत को बोला कि तुम बात क्यों नहीं करते शरमाते हो क्या। विनीत ने ना में जवाब दिया पर असल में विनीत ने कभी किसी लड़की से बात नहीं की थी। उसकी शुरू से लेकर अब तक की पड़ाई सिर्फ लड़को वाले स्कूल या कॉलेज में हुई। इस वजह से उसकी कोई लड़की दोस्त नहीं थी। निशा काम करते हुए उस से बात करती रहती। दिन बीतने के साथ अब निशा और विनीत में अब दोस्ती हो चली थी। आज निशा ने विनीत को बोला की वह शाम को क्या कर रहा है तो विनीत ने कहा की वह फ्री है। तो निशा ने उसे शाम को साथ में घूमने के लिए चलने को कहा तो विनीत ने कहा की ठीक है। दोनों शिफ्ट ख़तम होने के बाद घूमने लिए निकल गए, निशा ने कुछ शॉपिंग की और दोनों ने साथ में बाहर खाना भी खाया। बाद में बातें करते दोनों वापिस अपने अपने कमरे में लौट गए। अब रोज ऐसे ही चलने लगा काम ख़तम करने के बाद घूमने निकल जाते और वापिस आने पर भी देर रात तक फ़ोन पे एक दुसरे से बाते करते रहते। इन दोनों को साथ में रहते देख बाकि स्टाफ खुश नहीं था। मदन और विजय भी निशा को पसंद करते थे लेकिन निशा उन दोनों को बिलकुल पसंद नहीं करती थी। इसलिए वह इन दोनों को अलग करने के लिए मैनेजर के कान भरते रहते, लेकिन मैनेजर उनकी एक ना सुनता। दूसरी तरफ रोज़ी भी विनीत को काफी पसंद करने लगी थी, लेकिन विनीत रोज़ी को सिर्फ अच्छी दोस्त मानता था। विनीत के मन में तो निशा ने घर कर लिया था, Ek Tarfa Pyar | The untold Love | Hindi Storyबीच की बात का पता करने के लिए रोज़ी ने निशा से बातों बातों में पूछ लिया की क्या वह विनीत को पसंद करती है तो निशा ने जवाब में कहा की ऐसा कुछ नहीं है हम सिर्फ अच्छे दोस्त हैं।

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Ek Tarfa Pyar


आज मदन और विजय के रोज़ी भी खुश थी क्योंकि आज सैंडविच पे काम करने वाला लड़का सुरजीत जो कि छुट्टी पे था, आज वापिस आ रहा है। इसलिए उसके आने से विनीत को रात की शिफ्ट में लगा दिया। अब विनीत और निशा एक दुसरे से नहीं मिल पाते फ़ोन पर भी बात बहुत कम होती। विनीत काफी उदास और थका हुआ रहता रात में दिन के मुकाबले बहुत ज्यादा काम होता। ऐसे करते करते विनीत के दो महीने गुजर गए। विनीत बहुत बेचैन रहना लगा था, ऐसा उसके साथ पहली बार हो रहा था। Ek Tarfa Pyar | The untold Love | Hindi Story उसने डॉक्टर से चेक भी करवाया पर डॉक्टर के अनुसार विनीत बिलकुल फिट था। विनीत को क्या मालूम कि जो रोग उसे लगा है, उसकी कोई दवा नहीं होती। आज विनीत काम पर थोड़ा लेट गया, इसलिए उसने मैनेजर को पहले ही फ़ोन कर दिया था। जिस वजह से निशा को देर तक रुकना पड़ा, विनीत आया तो निशा उसे देखकर खुश हुई और विनीत उसे वहां देखकर हैरान था। विनीत ने उससे पूछा कि अब तक गई क्यों नहीं तो निशा ने कहा उसकी छोड़ो तुम बताओ ठीक तो हो, विनीत ने कहा कि हाँ में ठीक हूँ और दोनों बातें करने लगे, सुपरवाइजर के आते ही निशा ने जाते जाते कहा कि कल तुम्हारा और मेरा छुट्टी है मूवी देखने चले। यह सुनकर विनीत खुश हुआ और बोला की वह कल उसे कॉल करेगा। निशा ओके बोलकर वहां से चली जाती है, विनीत को जो बेचैनी महसूस हो रही थी वह निशा को मिलने के ख्याल से चली गई। कल का दिन आया विनीत ने निशा को कॉल किया दोनों बाहर घूमने के लिए गए। बाद में मूवी देखने के बाद रात का खाना भी साथ में खाया, लौटते वक़्त विनीत ने बातों बातों में अपने का दिल हाल निशा को बतात्ते हुए कहा की रात  में काम करने में उसका मन नहीं लगता और अग्गे बताते हुए बोला की उसे तुम्हारे साथ वक़्त बिताना अच्छा लगता है। यह सब सुनकर निशा मुस्कराई और बोली ज़नाब, जब आपका मन नहीं लगता तो मुझे कॉल कर लिया कीजिये। यह सुनकर विनीत ने कहा ठीक है जहाँपना, इस पर दोनों काफी देर तक हस्ते रहे और हस्ते हस्ते अपने कमरे में वापिस चले गए। 

छुट्टी अच्छी बीतने के बाद फिर वही सब शुरू हो गया, लेकिन अब दोनों फ़ोन पर बात कर लेते या फिर सुबह में एक दूसरे से मिल भी लेते। इस हफ्ते रोज़ी को भी रात की शिफ्ट में काम था, जिसकी वजह से रोज़ी खुश थी क्योकि उसे विनीत के पास रहने के लिए जो मिल गया था। रोज़ी के आने से विनीत भी खुश था क्योंकि उसे भी काम के दौरान बात करने के लिए एक दोस्त मिल गया था। रोज़ी बहुत खुश रहने लगी, इस वजह से विनीत और निशा के बीच बात होनी थोड़ी कम हो गई। अब निशा ही विनीत  फ़ोन करके बात करती और विनीत को चिढ़ाती की अब रोज़ी जो मिल गई मेरी याद किसको आनी है। विनीत हस्ते हुए जवाब देता की ऐसा नहीं है, रोज़ी सिर्फ मेरी दोस्त ही है। Ek Tarfa Pyar | The untold Love | Hindi Storyलेकिन निशा जान बूझकर ना मानने का नाटक करती और विनीत के मजे लेती रहती। इस हफ्ते रोज़ी, निशा विनीत की छुट्टी साथ में थी, इसलिए रोज़ी ने विनीत को अपने साथ बाहर चलने के लिए पूछा पर विनीत ने यह कह कर मना कर दिया के उसे निशा साथ जाना है। रोज़ी नाराज़ हो गई और रोते हुए बोली के वह उसे पसंद बहुत करती है, विनीत यह सुनकर हैरान रह गया और बोला की मुझे माफ़ कर दो और प्लीज रोना बंद करो, विनीत ने रोज़ी को समझाते हुए कहा की वह उसकी अच्छी दोस्त है लेकिन मैंने तुम्हारे बारे में कभी ऐसा नहीं सोचा। विनीत ने रोज़ी को समझाया और उसे कमरे तक छोड़ने के लिए गया और रोज़ी को बोला की प्लीज इस के बारे में निशा को कुछ मत बताना, यह कह कर विनीत वह से चला जाता है।  दूसरे दिन विनीत और निशा हर हफ्ते की तरह अपनी छुट्टी का आनंद लेते है और खूब बाते करते हुए देर रात को अपने कमरो में वापिस लोट जाते है। अब तो विनीत का काम में भी मन नहीं लगता, वह हर वक़्त निशा की यादो में खोया रहता है। जागते सोते बस निशा ही उसके ख्यालो में रहती है। रोजी अब विनीत से ज्यादा बात नहीं करती, फिर से सुबह की शिफ्ट में जाने के बाद विजय रोजी को प्रपोज़ करता है और रोज़ी उसको हाँ कर देती है। जिस की वजह से आज रात में होटल क्लोज होने के बाद विजय ने सब को पार्टी पर भुलाया। सब ने मिलकर बहुत आनंद लिया, विनीत रोज़ी को खुश देखकर बहुत खुश होता है और अपने और निशा के रिश्ते के ख़यालों में खो जाता है। इन सब में टाइम बहुत जल्दी बीत रहा था। विनीत को ट्रेनिंग में आये हुए 4 महीने गुजर चुके थे, निशा का तो होटल में यह आखिरी महीना था। जिसकी वजह से विनीत को निशा से दूर होने का डर खाये जा रहा था। इसलिए उसने जल्दी से जल्दी निशा को अपने प्यार का इज़हार करने का मन बनाया। 

इस हफ्ते में विनीत और निशा के साथ किसी भी स्टाफ की छुट्टी नहीं थी, मैनेजर से विनीत ने छुट्टी ना देने का कारण पूछा तो मैनेजर ने कहा की इस महीने कोई छुट्टी नहीं मिलेगी। साल का आखिरी महीने होने के कारण क्रिसमिस का त्योहर भी है, इसलिए ज्यादा काम होने के कारन किसी को छुट्टी नहीं है। यह सुनकर विनीत के सरे अरमानों पर जैसे पानी सा फिर गया था, इस कारण वह बहुत निराश था। लेकिन उसे मालूम था की निशा उसे मिले बिना नहीं जाएगी, पर अब तो विनीत और निशा में फ़ोन पे भी बहुत कम बात होती। पिछले कुछ दिनों से तो जब भी विनीत निशा को कॉल करता, निशा का फ़ोन बिजी रहता। यह एक नई समस्या विनीत के सामने खड़ी हो गई, इस सब के कारण विनीत मन ही मन में बहुत दुखी था। उसके अंदर बहुत से सवाल थे लेकिन वह निशा से डंग से बात ही ना कर पता। इस सब के चलते और ज्यादा काम होने के कारण समय पर लगा कर निकल गया, दो दिन बाकी है निशा के इसलिए निशा ने मैनेजर को बोल कर विनीत और अपने लिए एक छुट्टी ले ली, दरअसल निशा विनीत के साथ कुछ बात करना चाहती है। इसलिए उसने विनीत को बुलाया और कहा की कल आ जाना हम घूमने चलेंगे और मुझे तुमसे बात भी करनी है, यह सुनकर विनीत ने काम के बारे में बोलना चाहा तो निशा ने कहा की उसने तुम्हारे और मेरे लिए कल की छुट्टी ले ली है। यह सुनकर विनीत बहुत खुश हुआEk Tarfa Pyar | The untold Love | Hindi Story और बोला की हाँ जरूर मुझे भी तुमसे बहुत सारी बाते करनी है। दूसरे दिन वह दोनों पहले की तरह घूमते है और खूब मस्ती करते हैं, इन सब के बीच विनीत जैसे भूल जाता है की निशा आज के दिन ही उसके साथ है कल उसकी ट्रेनिंग खतम हो रही है। खाने के बाद लौटते वक़्त विनीत निशा को बोलता है की तुम मुझसे कुछ बात करना चाहती थी पर तुमने तो नहीं की यह सुनकर निशा बोली तुम भी तो मुझसे बहुत सारी बातें करना चाहते थे, हाँ लेकिन पहले तुम कहो विनीत बोलता है पर निशा कहती है पहले तुम ऐसे करते करते पहले विनीत पूछता है की चलो पहले तुम बताओ कि तुम्हारा फ़ोन इतना बिजी क्यों रहता है, निशा थोड़ा शर्माती है और बोलती है में भी तुम्हे इसी बारे में बताना चाहती थी लेकिन में शर्मा जाती। विनीत हैरान होते हुए क्या बताना चाहती हु बताओ ना तो निशा बोलती है की पिछले महीने उसके घर वालो ने उसका रिश्ता पक्का कर दिया, मुझे भी लड़का पसंद है। 2 हफ्ते बाद हमारी शादी के बाद हम ऑस्ट्रलिया जा रहे हैं। यह सुनकर विनीत को झटका सा लगता है, पर खुद को सँभालते हुए निशा को बधाई देता है और उस के लिए ख़ुशी जाहिर करता है। पर अंदर से तो बिलकुल टूट जाता है, एकदम सुन हो जाता है निशा बोलती है की वह सुबह चली जायगी यह उनकी आखिरी मुलाकात है। निशा विनीत को गले लगाती है और आंखे भर लेती है विनीत की भी आंखे नम हो जाती है। लेकिन विनीत खुद को सँभालते हुए निशा को उसके कमरे तक छोड़ता है और बिना कुछ कहे वापिस अपने कमरे की तरफ चला जाता है। निशा उसे जाते हुये देखती रहती है सोचती है की विनीत उसे पलट कर देखेगा पर निशा हैरान होती है की विनीत ने एक भी बार पलट कर नहीं देखा, पर उसे क्या मालूम कि विनीत उसे कितना प्यार करता है पर उसकी खुशी के कारण चाह कर भी ना पलट कर वह अपने आंसू छुपा रहा है। 


लेखक :- सतनाम धालीवाल 

दोस्तों मैं उम्मीद करता हूँ कि Ek Tarfa Pyar | The untold Love | Hindi Story आपको जरुर पसंद होगी। आपको इस कहानी का सबसे अच्छा पार्ट क्या लगा कमेंट में जरूर बतायें।
ऐसे ही और कहानी लेकर जल्दी ही हाज़िर होंगे तब तक के लिया अपना ख्याल रखें। 
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